तेरा ना होना अब अच्छा लगता है ,
तेरी यादों मे खोना अच्छा लगता है !
तेरा कुछ न कहना अब अच्छा लगता है,
इन स्याह रातो मे मुझे रोना अच्छा लगता है !
तेरा कुछ न सुनना अब अच्छा लगता है ,
टूटे ख्वा़बो को बुनना अच्छा लगता है !
तेरा हर शाम मे न होना अब अच्छा लगता है ,
खुद को तन्हाईयो मे डूबोना अच्छा लगता है !
तेरा मुझे भूल जाना अब अच्छा लगता है ,
क्योंकी मुझे किस्मत को हराना अच्छा लगता है !
©mayank_sonwane